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जब मैं बाहर गयी लोगों के लिए प्रवचन करने, मैने सोचा, "ओह, निश्चय ही, वे सबकुछ समझते हैं।" लेकिन नहीं, यह सत्य नहीं है। अन्यथा, पूरा विश्व अब तक जाग गया होता, मेरा अनुसरण करते, मेरी शिक्षाओं का अबतक। और हमें और अधिक युद्ध नहीं होते, व्यक्तिगत युद्ध भी, जानवरों की हत्या, किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं होती।