खोज
हिन्दी
  • English
  • 正體中文
  • 简体中文
  • Deutsch
  • Español
  • Français
  • Magyar
  • 日本語
  • 한국어
  • Монгол хэл
  • Âu Lạc
  • български
  • Bahasa Melayu
  • فارسی
  • Português
  • Română
  • Bahasa Indonesia
  • ไทย
  • العربية
  • Čeština
  • ਪੰਜਾਬੀ
  • Русский
  • తెలుగు లిపి
  • हिन्दी
  • Polski
  • Italiano
  • Wikang Tagalog
  • Українська Мова
  • अन्य
  • English
  • 正體中文
  • 简体中文
  • Deutsch
  • Español
  • Français
  • Magyar
  • 日本語
  • 한국어
  • Монгол хэл
  • Âu Lạc
  • български
  • Bahasa Melayu
  • فارسی
  • Português
  • Română
  • Bahasa Indonesia
  • ไทย
  • العربية
  • Čeština
  • ਪੰਜਾਬੀ
  • Русский
  • తెలుగు లిపి
  • हिन्दी
  • Polski
  • Italiano
  • Wikang Tagalog
  • Українська Мова
  • अन्य
शीर्षक
प्रतिलिपि
आगे
 

सुप्रीम मास्टर चिंग हाई का अति आवश्यक आग्रह है कि हमारी दुनिया को बचाने के लिए और विश्व वीगन के लिए प्रार्थना करें 6 फरवरी, 2020

विवरण
डाउनलोड Docx
और पढो

अभी हमारा समय कम है। हमारी दुनिया वास्तव में आसन्न आपातकाल में है। कई टाइम बम हैं, जलवायु परिवर्तन की भी जरूरत नहीं है। स्वर्ग क्रोधित है। पृथ्वी नाराज है। प्रकृति नाराज है, इंतजार कर रही है हमारे मूल प्रेममयी, दयालु प्रकृति में लौटने का, जैसे भगवान ने हमारे लिए इरादा किया था, दूसरों को, खुद को और हमारे परिवार को बचाने के लिए। यह सब गुस्सा, पीड़ा भरी ऊर्जा हम सभी को निशाना बनाए हुई है। इसकी तुलना में परमाणु बम बच्चे के खिलौने की तरह है। हीरो बनें। अपने जीवन के तरीके को बदलें। हीरो बनें। ग्रह की मदद करें। जानवरों को बचाएं। हमारी दुनिया को बचाएँ। हम एक साथ प्रार्थना करते हैं। भले ही अभी आप विगन नहीं हो सकते बस जल्द से जल्द होने की प्रार्थना करे। विश्व वीगन के लिए प्रार्थना करें। हमारे साथ जुड़ें, कृपया, हर रविवार, शाम 9 बजे हांगकांग समय के अनुसार, ध्यान करने के लिए। हमारी प्रार्थनाएँ शक्तिशाली हैं क्योंकि यह स्वर्ग और संतों और ईश्वर शक्ति द्वारा समर्थित है। इसमें जबरदस्त शक्ति है, जो पहले ज्ञात नहीं थी, विशेष रूप से अब हम इसे एक साथ करते हैं, और आप विगन बन हैं, विगन होने की प्रार्थना करते हैं, विगन हो जाएँगे, आपके भीतर की सभी परोपकार गुणवत्ता के साथ। यह बहुत प्रभावी है। कृपया अपने परिवार के सदस्यों, मित्रों, परिचित को बताएं, जिसे भी आप जानते हैं हमारे साथ विगन विश्व के लिए प्रार्थना करने के लिए। यह उनके लिए भी अच्छा है। हम प्रार्थना करें, एक साथ ध्यान करें लगभग आधा घंटा, हर रविवार पुनः करना जारी रखें जबतक वीगन विश्व नहीं आ जाता। ईमानदारी से पाँच मिनट, बीस मिनट, यह सब साफ करने में मदद करता है हमारी दुनिया, हमारे बच्चों को बचाने के लिए और एक विनम्र, योग्य, सभ्य जीवन जीने के लिए, भगवान के बच्चों के लिए उपयुक्त। मासूमों को बचाने के लिए हमसे जुड़ें। हमारी दुनिया को बचाने के लिए हमसे जुड़ें। कृप्या! भगवान आपको कई गुना आशीर्वाद दे, इस जीवन में और अगले में।

हैलो! हेल्लो, ईश्वर के प्रेम में। क्या हाल है? उपस्थित होने के लिए मैं आपको धन्यवाद देती हूँ आज मेरे साथ। अनाड़ीपन के लिए क्षमा याचना क्योंकि यह बहुत स्वतःस्फूर्त हुआ। मैं अभी और इंतजार नहीं कर सकती, इसलिए मैं चाहूंगी आज आप सभी को संबोधित करना। और धैर्य रखने के लिए धन्यवाद।

क्या मुझे किसने उतेजित किया आज आपसे बात करने के लिए, मुझे लगता है कि कई लोग जानते हैं। यह अमानवीय मार्ग है पशु कारखानों में। कोई भी, जो कोई भी इसे देखता है, अच्छा नहीं लगेगा खुद के साथ। मैं निंदा नहीं करना चाहती। मैं ऐसा करने में संकोच करूंगी क्योंकि मैं जानता हूँ कि तुम नहीं जानते। आप में से बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि क्या चल रहा है बंद दरवाजों के पीछे तथाकथित पशु कारखानों में। मुझे पता है तुम नहीं जानते, आप में से बहुत से लोग नहीं जानते हैं और वास्तव में एहसास नहीं करते क्रूरता की वास्तविकता को उन वर्जित दीवारों के भीतर और बंद दरवाजे जे पीछे। जैसे मुझे भी पहले नहीं पता था। मेरी मातृभूमि में या इससे पहले मैंने जहाँ भी यात्रा की, उदाहरण के लिए भारत या बर्मा या थाईलैंड में, मैंने देखा कि जानवर स्वतंत्र हैं। वे कुछ काम करते हैं कृषि में मदद करना, लेकिन वे स्वतंत्र हैं।

और मुझे पता है तुम जानवरों से प्यार करते हो, यह एक बात मैं जानती हूं। आप बस आश्चर्य करते हैं उनकी मदद के लिए क्या करें। भगवान का शुक्र है हमारे पास प्रार्थना की शक्ति, प्रार्थना की शक्ति है। हम प्रार्थना करने जा रहे हैं विश्व शाकाहारी होने के लिए, और तुम मेरे साथ प्रार्थना करने जा रहे हो क्योंकि यह पर्याप्त नहीं है हमारे लिए सिर्फ शाकाहारी होना, केवल शांति बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है। हमें जीवन की रक्षा करनी होगी लगातार शाकाहारी को बढ़ावा देना और शांति बनाए रखना इस परोपकारी प्रक्रिया से और जीवन के मार्ग से। यह संभव है अगर हम शाकाहारी हैं, करुणा के कारण, स्थायी शांति, स्थायी ग्रह, स्थायी दुनिया, सामंजस्यपूर्ण जीवन शैली के माध्यम से।

इसलिए, मैं आपसे पूछना चाहती हूँ, सुंदर, महान दर्शक, समाज में आप जो भी हैं, अर्थात जो भी पदवी है, आपकी विचारधारा, आपकी राय, आपके धार्मिक विश्वास, बस कृपया, अपने प्यार भरे दिल का अनुसरण करें। तुम मरना नहीं चाहते, तो अपने आप से पूछो, “क्या तुम मरना चाहते हो? भीषण, पीड़ा दायक, किसी अंधेरे कोने में भाग्य के बारे में कोई नहीं जानते, कोई नहीं सुनता आप मदद के लिए रोते है?" आप तथाकथित दया हेतु पुकार करते हैं जो भी आप पर अत्याचार कर रहा है, उस क्षण तुम्हें मार रहा है। आप ऐसा नहीं चाहते हैं, क्या आप? तो, जानवर भी वह नहीं चाहता है। और मुझे यकीन है कि आप भी नहीं चाहते हैं आपके बच्चे आपसे दूर कर दिए जाएँ। पशु भी नहीं चाहते। यहां तक ​​कि बच्चे भी इसे समझते हैं। इसलिए, हम एक साथ प्रार्थना करने जा रहे हैं। यदि आप न्याय में विश्वास करते हैं, भले ही आप शाकाहारी नहीं हो सकते इस समय, बस जल्द से जल्द होने की प्रार्थना करो। विश्व शाकाहारी के लिए प्रार्थना करें।

निर्धारित तिथि पर हमारे साथ प्रार्थना करें 9 फरवरी, 2020 को। प्रचंड शक्ति आ रही है इसके लिए, हमारे लिए बरस रही है। आप ईमानदारी से प्रार्थना करें और फिर आप देखेंगे मैं जो कह रहा हूं वह सच है। रविवार, 9 फरवरी, 2020, को इस साल, हांगकांग समय 9:00 बजे। मैंने आपके लिए कई अलग-अलग समय भी देख कर रखे थे। आपके लिए, अलग अलग समय। और यह बहुत सुविधाजनक समय है अधिकांश महाद्वीपों के लिए, तो कृपया अपना समय देखें। आप जहां भी हों, वहां एक अलार्म बनाएं आप जो भी करें, कृपया कुछ क्षण रुकें विश्व शाकाहारी के लिए प्रार्थना करें हमारे साथ, मेरे साथ। हमारी प्रार्थनाएँ शक्तिशाली है क्योंकि यह स्वर्ग द्वारा समर्थित है और संन्यासी और ईश्वर शक्ति द्वारा। मैंने यह सुनिश्चित किया। इस समय जबरदस्त शक्ति है, मानव जाति के लिए जो पहले नहीं हुआ, विशेष रूप से अब जब हम इसे एक साथ करते हैं, और आप शाकाहारी बन गए या शाकाहारी होने की प्रार्थना या शाकाहारी होने जा रहे हैं आपके सभी हितैषी के साथ, आपके भीतर निहित गुणवत्ता। यह प्रभावी होने जा रहा है, बहुत ही प्रभावी।

कृपया आप बताएं परिवार के सदस्य, आपके मित्र को, आपके परिचित को, जिसे आप जानते हैं हमारे साथ, आपके साथ प्रार्थना करें, एक शाकाहारी दुनिया के लिए हमारे साथ। यह उनके लिए भी अच्छा है। मैंने आपको अपनी खातिर यह बताया था और उनकी खातिर भी, क्योंकि इस प्रकार हमें एक पुनर्जीवित ग्रह मिलेगा, तो तुम नरक में नहीं जाओगे और पिसोगे नहीं, जिस तरह से कसाई पशुओं का मांस पीसता है।

मैं आपके बच्चों के बारे में सोचती हूं। मुझे यकीन है आप उन्हें प्यार करते हो; दुनिया में सभी से ज्यादा, किसी भी खजाने से अधिक। मुझे इस बात का यकीन है। तो, इस बारे में सोचें। अगर आपको कुछ पता है जो जहरीला है, आप, स्वयं इसे लेना नहीं चाहते, भले ही आप हताश हो, भूखे हो, आप जहर नहीं लेंगे। तो, बेशक आप कभी नहीं चाहेंगे आपके बच्चे इसे लें। जानवरों का मांस, किसी भी तरह का, जहरीला है। सभी मांस-मेरा मतलब पक्षी का मांस, मछली का मांस, अंडे, कीड़े का मांस, कीड़े, जो कुछ भी रेंगता है, जो कुछ भी चलता है - वे जहरीले हैं। यह आपको बीमार बनाता है, यह आपको कभी-कभी पंगु बना देता है; कुछ भी करने या गरिमापूर्ण जीवन जीने में असमर्थ। यह आपको धीरे या जल्दी मारता है। लेकिन सिर्फ इतना ही नहीं, सिर्फ बीमार होना या मरना नहीं। यह आपको नरक की ओर ले जाएगा। मैं गंभीरता से कह रही हूँ, जैसा मैं पहले कभी इतना गंभीर नहीं हुई मेरे जीवन में, मेरे पूरे जीवन में।

आपमें से ज्यादातर के पास पालतू जानवर हैं जैसे कुत्ते, बिल्ली, जानवर, या पक्षी, कलहंस, बतख। मैंने आपमें से बहुतों को देखा सभी प्रकार के विभिन्न पालतू जानवर हैं और वे बहुत स्नेही हैं, इतने बुद्धिमान, इतना प्यारा, बहुत मानव-जैसे, इसलिए आप उन्हें बहुत प्यार करते हैं। गाय, सूअर, कुछ पालतू जानवर की तरह भी रखते हैं। भले ही आप उन्हें पालतू जानवर के रूप में नहीं रखते, वे अलग नहीं हैं आपके अन्य पालतू जानवरों से, जैसे कुत्ते, पक्षी, हंस, बत्तख, यहां तक ​​कि टर्की, बिल्लियों, आदि, घोड़े। वे सभी जानवर हैं; वे अलग नहीं हैं, जैसे हम सब इंसान हैं। हम में से कुछ की पीले रंग की त्वचा, कुछ लाल, कुछ काला रंग, कुछ भूरे, कुछ सफेद हैं, लेकिन हम सभी इंसान हैं। हम विभिन्न भाषाएं बोलते हैं, लेकिन हम सभी एक ही जाति हैं, मानव जाति। इसी प्रकार, सभी जानवर एक ही जाति के हैं, जानवर हैं। और सब से ऊपर, वे हमारे साथ एक ही जाति के हैं। वे सह-निवासी हैं, वे पृथ्वीवासी हैं; उन्हें यहां मौजूद होने का अधिकार है, जैसा हमें है। हम उनसे यह अधिकार लेने वाले नहीं हैं नहीं लेंगे, जो ईश्वर द्वारा दिया गया है, जैसे भगवान ने हमें हमारा जीवन दिया है।

तो, हम भाषा को समझने की आवश्यकता नहीं है। कभी-कभी वे बोलते भी नहीं हैं; वे नहीं बोल सकते। वे अंदर से टेलीपैथिक बोलते हैं। वे एक दूसरे के साथ संवाद करते हैं विभिन्न भाषाओं के साथ, जैसे कभी-कभी हम एक दूसरे के साथ संवाद करते हैं विभिन्न भाषाओं में। लेकिन हमें उनकी भाषा को समझने की जरूरत नहीं है उनकी पीड़ा जानने के लिए। यदि आप इस बारे में नहीं जानते हैं, कृपया कुछ फिल्में देखें जैसे "काउज़पीरेसी," "अर्थलिंग्स," "मीट योऊर मीट," "मीट द ट्रूथ," "वट द हेल्थ," आदि, आदि। और बहुत सारे, स्वयं उनके चेहरे में पीड़ा देखने के लिए, दुःख की अभिव्यक्ति, दर्द, कष्टदायी पीड़ा। जैसे हम करते हैं अगर हम उनकी स्थिति में हैं। उनके पास मांस है, उनके पास हड्डियां हैं, उनका खून भी लाल है, उनमें से अधिकांश का। और सिर्फ इतना कि वे हमारी भाषा नहीं बोलते हैं।

कभी-कभी, उनमें से कुछ बोलते हैं। मेरा कुत्ता अंग्रेजी बोलता है। और कई बिल्लियाँ कुछ अंग्रेजी बोलती हैं, मेरा मतलब है, हमारी तरह नहीं, लेकिन वे बोलते हैं, अगर वे सीखते हैं। और मेरे पक्षी, वे बहुत बोलते हैं, कई शब्दसंग्रह। और पक्षी हैं, जैसे एक अफ्रीकी ग्रे था जिसका नाम एलेक्स है। वह बहुत चतुर है, बहुत प्रसिद्ध है। वह इंसानों की तरह बात करता है और वह सब कुछ समझता है। वह जानता है आपका क्या मतलब है कुछ शब्दों के द्वारा और वह जवाब देता है। और गोरिल्ला जिसका नाम कोको है, वह हमारी भाषा नहीं बोल सकती थी, लेकिन उसने सांकेतिक भाषा का इस्तेमाल किया हमारे साथ संवाद करने के लिए। और उसने हमें सलाह भी दी हमारे ग्रह को बचाने के लिए। और वह उसके कारण रोई, हमारे अबुद्धिमान तरीक़े से हमारे घर को संभालने के लिए; पृथ्वी घर, केवल एक ही हमारे पास है। वह रोई। कोको, गोरिल्ला रोई।

तो, हम टेलिपाथिक प्रतिभा की भी जरूरत नहीं है एक जानवर को समझने के लिए जब वे पीड़ा में हैं। अगर कोई चीनी व्यक्ति या अफ्रीकी व्यक्ति रोता है क्योंकि उनके बच्चे को उनसे दूर ले ज़ाया गया है, उनसे दूर कर दिया गया, एक अंग्रेजी बोलने वाला व्यक्ति, एक अंग्रेज जन्मे व्यक्ति को, चीनी या कुछ अफ्रीकी आदिवासी भाषा जानने की जरूरत है यह समझने के लिए कि ये माता-पिता तड़प रहे हैं उनके अपहृत बच्चों या दूर कर दिए बच्चों के लिए? हमें ज़रूरत नहीं है।

कृपया फ़िल्में देखें जिसका मैंने उल्लेख किया है और भी कई हैं। एक फिल्म है जेन वेलेज़-मिशेल द्वारा। इसे कहते हैं "वर्ष शून्य के लिए उलटी गिनती।" उन्होंने वैज्ञानिक रूप से गिना है डॉ राव के साथ, वह जिन्होंने इंटरनेट को संभव बनाया, वैज्ञानिक, हमारी दुनिया में एक शानदार दिमाग। उन्होंने गणना की और गिना कि हमारे पास केवल छह और वर्ष हैं, अधिक या कम, हमारी समस्या को ठीक करने के लिए; हमारी निकट की, खतरनाक समस्या, जलवायु त्वरण को। और यह पूरी दुनिया को मिटा देगा, आपके बच्चों और आपके पोतों सहित। यदि हम अभी कार्य नहीं करते हैं, अगर हम अब विगन की ओर मुड़ते नहीं हैं, वही होगा। ग्रह बच जाएगा। ग्रह हमें बचाएगा। लेकिन वह हमें हमेशा के लिए अपनी गोद में रखने के लिए मदद नहीं कर सकता, अगर हम इसके विपरीत करते हैं जो हम जानते हैं उचित है और ग्रह को बचाने के लिए सही है, हमारी दुनिया को बचाने के लिए, मनुष्यों को बचाने के लिए, हमारे बच्चों को बचाने के लिए। हमें अपने बच्चों को बचाना है। भले ही हम अभी बूढ़े हैं और हम ज्यादा परवाह नहीं करते जीवन और मृत्यु के बारे में, हमें बच्चों को बचाना है। वे निर्दोष हैं। उन्होंने अभी तक कभी कुछ भी गलत नहीं किया। उनके सामने उनका अपना पूरा जीवन है। उन्हें जीना चाहिए। अब। हमें करना ही होगा। हमें अपनी दुनिया को बचाना है।

स्वर्ग क्रोधित है। मैं आपको यह बताना चाहती हूं। स्वर्ग क्रोधित है। मैं आपको सब विस्तार में नहीं बता सकती, लेकिन मैं आपको कुछ बताती हूँ। धरती क्रोधित है। प्रकृति नाराज है, प्रतीक्षा कर रही है, इंतजार कर रही है हमारे अपने मूल प्रेममयी, दयालु प्रकृति में लौटने का, जैसे भगवान ने हमारे लिए इरादा किया था। प्रतीक्षा कर रही है हमारे इस शक्ति को काम में लाने का दूसरों को बचाने और खुद को और हमारे परिवार को बचाने के लिए। टिकिंग बाम विस्फोट होने की प्रतीक्षा कर रहा है। प्रकृति भी हमें नष्ट कर सकती है।

कुछ टिकिंग बम हैं, सिर्फ एक नहीं। और प्रकृति भी एक टिकिंग बम है। मैं आपको यह सब रहस्य बता रही हूँ , थोड़ा सा, ज्यादा नहीं, लेकिन आप अधिक कल्पना कर सकते हैं। सूरज की किरणों की जरूरत नहीं या तूफान की जरूरत नहीं है, सूनामी की भी जरूरत नहीं। नरक अपरिहार्य है अगर हम हमारे जीवन के तरीके को नहीं बदलते हैं। मुझे पता है यह आपके लिए आसान नहीं है। आपके पास कई बहाने हैं। आपके पास कई कारण हैं। आप इसके अभ्यस्त हैं, जीवन के इस तरह के हिंसक तरीके के कि यह सामान्य हो जाता है। लेकिन यह सामान्य नहीं है। सभी धर्मों में, पहला नियम है "आपको हत्या नहीं करनी चाहिए।" अहिंसा। इसलिए, दूसरों को दुख न पहुंचाना। कई देशों में, कई कानून हैं जानवरों की रक्षा के लिए, लेकिन मैं नागरिकों को वास्तव में उनका पालन करते नहीं देखती। इसलिए, हमें कुछ करना होगा। क्योंकि यदि नहीं, हम वास्तव में खुद को मार रहे हैं।

यह सब अ-परोपकारी ऊर्जा प्रकृति से, स्वर्ग से, पृथ्वी से, यह सब क्रोधित, पीड़ा से भरी ऊर्जा सभी हमपर निशाना लगा रही है। इस ऊर्जा की तुलना में, परमाणु बम कुछ भी नहीं है। यह बच्चे के खिलौने की तरह है। इसलिए, अगर हम खुद को और हमारे प्रियजनों को बचाना चाहते हैं, हमें मुड़ना होगा। हमें भरोसा करना चाहिए हमारी अपनी दयालु प्रकृति और भगवान के बच्चों की निहित शक्ति पर, जो हम हैं, इस दुनिया को बचाने के लिए। मैं भी बूढ़ी हूं। मैं व्यावहारिक रूप से काफी लंबे समय तक जी चुकी हूँ। तो भले ही मुझे कल जाना पड़े, मुझे कोई पछतावा नहीं होगा। शायद मैं बहुत खुश होंगी इस दुनिया को अलविदा कहकर, लेकिन मुझे अभी भी काम करना है। मैं बस ऐसे ही नहीं जा सकती।

मैं चाहती हूँ हमारी दुनिया परफेक्ट हो, स्वर्ग जैसा हमारे मासूम बच्चों के लिए जो हमारे बाद आते हैं, और निर्दोष असहाय, रक्षाहीन लेकिन सुंदर विनम्र आत्मा जानवरों के लिए, जानवरों के रूप में। उनकी आत्माएं हमारे जैसी हैं, कुछ भी अलग नहीं है। वे ईश्वर की सृष्टि हैं, और हम उन्हें नष्ट कर रहें हैं। हम कुछ भी नहीं बनाते हैं; हम सिर्फ विनाश और हत्या करते रहते हैं। वह सही नहीं है। यह उचित नहीं है, उचित नहीं है, दयालु नहीं, मानवीय नहीं, नेक नहीं, बिल्कुल अच्छा नहीं है।

उसके बारे में सोचें। मान लो कोई आपके साथ व्यवहार करता है जैसे हम जानवरों के साथ करते हैं कारखानें में, क्या हम ऐसा चाहेंगे? आपको कुछ वृत्तचित्र फिल्में देखनी चाहिए। इतना भयावह, इतना नर्क जैसा। कैसे हम स्वर्ग की उम्मीद कर सकते हैं अगर हम इस तरह नरक जैसी प्रथा को अनदेखा करते हैं: प्रताड़ित करना, यातना देना, विकलांग बनाना, कमजोर और निर्दोष को मारना। कोई भी सभ्य मानव एक कमजोर के साथ ऐसा नहीं करेगा, छोटी पृथ्वीवासी के साथ। कुछ मुर्गियां केवल इतनी बड़ी होती हैं - मार दिया, विकलांग बनाना, खाया। और इससे पहले, वे कष्ट सहती हैं, उनका पूरा जीवन अंधेरे में, तंग कारखानों में, बीमारी और बालों का गिरना और पेट बाहर गिर जाता है। ओह! सभी प्रकार के भयानक। मुझे नहीं पता यदि आप कभी नरक में गए हैं, लेकिन नरक बेहतर दिखता है। कुछ नरक उससे बेहतर दिखते हैं। अगर आप देखोगे, आप चिल्लाओगे, आप अपनी आँखों को ढँक लेंगे। आप कहेंगे, "हे भगवान, कृपया इसे रोकें। ” आप बिलकुल वही कहेंगे जैसा मैं कहूँगी। मैंने अपना दिल बंद कर लिया है, मेरी भावनाओं को नियंत्रित किया ताकि मैं ये फिल्में देख सकूं, अधिक दृढ़ होने के लिए हमारे मानव मित्रों की मदद के लिए, भीतर ईश्वर के राज्य को फिर से हासिल करने के लिए, उनके स्वर्ग-जैसे गुण को फिर से हासिल करने के लिए जिसके साथ हम पैदा हुए थे। लेकिन हम दूषित हो चुके हैं। हम बस बहाव के साथ चल रहे हैं, और हमारे पास सोचने का समय नहीं है।

कृपया सोचने का समय बचाएं। इनमें से कुछ फिल्में देखें और देखें आप कैसा महसूस करते हैं। मैं करती हूं, और मैं उन्हें देखती हूं, बस मैं एक आंख से देखती हूं और दूसरी ओर मैं कहती हूं, "आपको आशीर्वाद मिले, आशीर्वाद मिले, आपको आशीर्वाद, आपको आशीर्वाद। आपको आशीर्वाद, जानवरों को आशीर्वाद।” क्योंकि वे बहुत पीड़ित होते हैं मेरी कल्पना से परे है। मुझे भी वह सब नहीं पता था, बस आप नहीं जानते थे, क्योंकि हम पैदा हुए कुछ सरल जीवन शैली में। भले ही आप में से कुछ मांस खाते हों, आप इसे कनेक्ट नहीं कर सकते अशिष्ट वास्तविकता के साथ मांस के इस छोटे से टुकड़े के पीछे के, जो बनाया गया है पूर्ण, अच्छी तरह से लपेटा हुआ। यह किसी चीज के टुकड़े की तरह है। आप इसे कनेक्ट नहीं कर सकते इसके पीछे के आतंक के साथ। इसलिए, कृपया अध्ययन करें। अपने लिए कुछ समय निकाले अपने आप को सूचित करने के लिए इस भयानक, मांस नामक जहरीली चीज के बारे में। वे मांस नहीं हैं। वे मानव देह हैं।

बहुत पहले, हम हमारे अपने लोगों को जंजीर में बांधते थे, उन्हें गुलाम बनाने के लिए। और आजकल भी हम यही करते हैं एक निर्दोष गाय को जो कहीं भाग भी नहीं सकती। आप फिल्में और ये सभी वृत्तचित्र देखें और फिर आप देखेंगे मैं क्या कह रही हूँ। और सुअर इस तरह के पिंजरे में लेटता है, पलट या हिल भी नहीं सकता, उसके जीवनभर। कल्पना कीजिए यह आप या आपके बच्चे हैं। और गाय और बछड़ा बस दूर ले जाया गया अपने माता-पिता से माँ इसके पीछे भाग रही है, रोती, रोती हुई। आपको अनुवाद करने के लिए अंग्रेजी बोलने की ज़रूरत नहीं है। यदि आप क्लिप देखते हैं, आप समझ जाएँगे। आपको गाय की भाषा बोलने की कोई जरूरत नहीं है, टेलीपैथी नहीं, नाडा, कुछ भी नहीं। तो अब, परमाणु बम कुछ भी नहीं है उन बमों की तुलना में जो चालू हैं।

मैं सिर्फ एक समझाऊंगी, शायद सिर्फ एक उदाहरण, उदाहरण के लिए जानवरों का साम्राज्य। जानवरों का साम्राज्य पहले से ही अशिष्ट व्यवहार के तहत है इन सभी वर्षों और दशकों से। अधिक जानवर, उनका वध किया गया है, हमारी मनुष्यों की आबादी से। हम खुद को एक राक्षस बनाते हैं, राक्षस समाज। मुझे क्षमा करें यदि मेरे शब्द सभ्य नहीं हैं, लेकिन इसी तरह से इसका वर्णन किया जाना चाहिए। आपके इन सभी वृत्तचित्रों को देखने के बाद, आप मुझे वही कहेंगे, या शायद और भी आपकी भाषाओं में।

मान लें, ठीक है, अब मैं बात कर रही हूं उदाहरण के बारे में उनमें से एक बम चालू है। मान लें सब्जी का साम्राज्य, हरा राज्य: पेड़, पौधे, सब्जी, फल जो हम खा रहे हैं। मान लें एक दिन वे बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं अभी पहले से ही, जिस तरह से हम हमारे ग्रह और अन्य प्रजातियों से व्यवहार करते हैं। ओह, मुझे याद दिलाएं। मैं आपको मेरे कुत्ते के बारे में बताना चाहती हूँ, वह क्या कहती है। मान लें सब्जी का साम्राज्य है, संयंत्र राज्य, हमसे परेशान हो गया और फैसला किया, देखा और निर्णय लिया कि हम बहुत हानिकारक हैं, सभी प्रजातियों के प्रति निर्दयी। हम पेड़ों को आकस्मिक काट देते हैं, उदाहरण के लिए, सिर्फ फसल उगाने के लिए। इंसानों के लिए नहीं, बल्कि उद्योग के जानवरों को खिलाने के लिए, जबकि हमारे कई मानव बच्चे, महिलायें, बुजुर्ग, भूखे मरते हैं, या बस त्वचा है हड्डियों को ढकें कि हम पसलियों की गिन सकते हैं।

आप जानते हैं मैं क्या बात कर रही हूँ। आजकल इंटरनेट, फिल्में हैं। आप सब कुछ जानते हैं। शायद आप मुझसे ज्यादा जानते हो। मैं आपको याद दिला रही हूं। या अगर आप भूल गए हैं। अगर आप बहुत व्यस्त हैं और आप नजरअंदाज करते हैं ये भयावह चीजें जो हमारी पीठ के पीछे हो रही हैं, बंद दरवाजों के पीछे। हम 21 वीं सदी में हैं। कई मास्टर्स, कई संतों ने, हमें बहुत कुछ सिखाया है परोपकारी व्यवहार; जिस तरह हमें एक इंसान के रूप में होना चाहिए। हम अज्ञानता का दावा नहीं कर सकते, या आदिमानव अब। हम बड़े हो गए हैं, हम बुद्धिमान हैं, हम जानकार हैं, हम बहुत सी बातें जानते हैं। हम चांद पर गए और जल्द ही मंगल और आदि, आदि। हम अज्ञानता का दावा नहीं कर सकते। कोई बहाना नहीं। लेकिन फिर भी, हम बहुत सी चीज़ें नहीं जानते, यह पक्का है, खासकर जानवरों के कष्ट, विकलांग करने, यातना देने, हर दिन मारे जाने के बारे में। उनमें से अरबों।

मान लें सब्जी का साम्राज्य हमसे परेशान हो गया है और तय किया कि हम बहुत बुरे हैं, बहुत हानिकारक, बहुत अमानवीय, बहुत दुष्ट, अन्य प्रजातियों के प्रति बहुत भयानक। तब वे बगावत कर सकते हैं। वे कर सकते हैं। हम उन छोटी सब्जियां, सलाद या छोटी झाड़ियाँ या पेड़ को कुछ भी नहीं की तरह देखते हैं। वे भी जीव हैं। और वे हमें नष्ट करने में सक्षम हैं। मैं आपको सच कह रही हूँ। जो मुझे पता है। मेरा मतलब है, अंदर से। वे बदल सकते हैं अगर वे तंग आ गए इस बुद्धिमान मानव जाति से, लेकिन समझदारी से व्यवहार नहीं करते, वे बगावत कर सकते हैं, वे हमारे खिलाफ हो सकते हैं। इसलिए, इतना विनम्र होने के बजाय, आम तौर पर अभी या उदार, वे बदल सकते हैं जहरीला और घातक होकर। वे नष्ट कर सकते हैं पूरी मानव जाति को। जलवायु परिवर्तन के लिए भी इंतजार करने की जरूरत नहीं । ग्रह के गर्म नरक में बदलने की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है, जलवायु परिवर्तन के कारण, हमें नष्ट करने के लिए। सब्जी भी जो हम रोज खाते हैं, जिस फल का हम आनंद लेते हैं, हमारा सर्वनाश भी कर सकते हैं। वैसे, हम पहले ही इस योजना के साथ मदद कर रहे हैं, इसके साथ, बेशुमार मेगाटन जहर हमारी मिट्टी में, हमारे पानी में डालकर। हमारी धाराओं में और पानी के स्रोत जो हम पीते हैं, हाँ, जो हमें बनाए रखते हैं, लेकिन हम जीवन के इन स्रोतों, पानी को दूषित कर रहे हैं।

हम खुद जहर दे रहे हैं धीरे-धीरे, अनजाने में। लेकिन, कभी-कभी प्रत्यक्ष रूप से और जल्दी से। व्यवसाय के नाम पर, उद्योग के। जो भी हो। हम बस कर रहे हैं क्योंकि हम रोक नहीं सकते। यह सिर्फ एक आदत बन गई है। यह सामान्य बन गया है। और अन्य जो जानते हैं, या तो इसका समर्थन करते हैं, क्योंकि वे एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं व्यापार के लिए, पैसे के लिए, ग्लैमर के लिए, राजनीतिक कारणों से, मतदान नहीं होने के डर से। या युवाओं की दुनिया में होने का डर, ग्रेटा [ठुनबुर्ग], अलोकप्रिय होने का डर। राजनीतिक रूप से प्रेरित। लेकिन रुकिए और इसके बारे में सोचिए। हमारे बच्चे, क्या हम इन आशंकाओं को उन्हें मारने देंगे, उन्हें दूषित करने देंगे; उन्हें विकलांग करेंगे, उन्हें लंगड़ा करेंगे, उन्हें बीमार बनाएँगे, उन्हें आधा इंसान बनाएँगे, आधा, मुझे नहीं पता, जानवरों या सब्जी, विषाक्त चीज़ों के कारण, विषाक्त पदार्थ वह हवा में है; मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड। पृथ्वी में, यह सब रासायनिक पदार्थ है। और पेट में, यह सब जहरीला, एंटीबायोटिक जहर से भरा मांस और मछली और अंडा, आदि। समुद्री भोजन या भूमि भोजन, वे सभी अब दूषित हैं। इसलिए, हम अपने जीवन को जोखिम में डाल रहे हैं इन चीजों को हमारे मुंह में डालकर।

हमारे मुंह का उपयोग किया जाना चाहिए भगवान की शुद्ध स्तुति के लिए, जरूरतमंदों को आराम देने के लिए, बच्चों को लोरी गाने, ऐसी बातें बताने के लिए जो शैक्षिक, सहायक और दूसरों और हमारे परिवारों या खुद के प्रति उदार हैं। ना कि इसका उपयोग इन मृत शवों के टुकड़े हमारे मुंह में लाने के लिए। हे भगवान! ज्यादातर लोग कहेंगे, "ओह, सुअर बहुत गंदा है, कीचड़ में रहता है; कुत्ते बहुत अशुद्ध हैं।" और हम इन्हें अपने मुंह में डालते हैं! कल्पना कीजिए कि हम कितने अशुद्ध हैं? हम कितने अज्ञानी हैं। और हम हर बार अपनी जान जोखिम में डालते हैं हम अभी भी मांस या मछली भोजन के रूप में ले रहे हैं । वे भोजन नहीं हैं। वे जहर हैं। वे अपमानजनक पदार्थ हैं हमारे विनम्र जीव के लिए।

इसलिए, मैं आपसे निवेदन करती हूं अपने खुद के खातिर। उस मांस को छोड़ दें। कभी भी इसे फिर से मत देखो। भगवान के बच्चे बनो। कुलीन बनो। दयालु हों। करुणामयी बने। यही आप हैं। आप बस भूल गए हैं। कृपया याद रखें। इसलिए, कृपया यू टर्न लें। हम सभी को यू टर्न लेना चाहिए। अभी मुड़ें विपरीत दिशा में। प्यार की दिशा में, सभी सार्वभौमिक प्रेम के लिए, करुणा की, सभी जीवन के प्रति श्रद्धा का भाव, भगवान की सभी सृष्टि के लिए, क्रिया में आभार। अपने आप को बचाओ इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। इससे पहले कि कैंसर आपको पकड़े, और आप अपने बच्चों को अनाथ छोड़ दें। इससे पहले कि किसी अन्य प्रकार की बीमारी आपको अपने प्रियजनों से दूर ले जाये, मांस, मछली, अंडे के कारण… ...या कोई अन्य पशु उत्पाद। हो सकता है कि आप आज ठीक हैं, लेकिन आप कभी नहीं जानते कि कल मांस या मछली का टुकड़ा आपको कहां ले जाएगा। और आपके जीवन को तबाह कर देगा, आपके शरीर और मन को अपंग कर देगा। आप इसे हर दिन जोखिम में डालते हैं जब आप मांस को अपने सुंदर मुंह में डालते हैं।

स्वर्ग में, पक्षी, जानवर, मनुष्य, मेरा मतलब है कि मनुष्य की तरह, वे अपने मुंह का उपयोग सिर्फ प्रभु की स्तुति और खुश गीत गाने के लिए करते हैं। यदि उन्हें भोजन करना होता है, तो कुछ अमृत होता है, कुछ शुद्ध भोजन होता है। हम वह हैं जो भयानक चीजें खाते हैं, कई भयानक चीजें। सिर्फ घरेलू जानवर, खेत वाले जानवर ही नहीं, बल्कि जंगली जानवर भी खाते हैं और उसी के चलते बीमार पड़ते हैं। एड्स, आप एड्स को जानते हैं, दुनिया भर में फैल रहा है; यह कुछ जंगलों में कुछ बंदरों को खाने से शुरू हुआ था। और अब हमारे पास एक और है। एक असाध्य बीमारी, एक के बाद एक अजीब बीमारी। हम अपने कर्म से दूर नहीं भाग सकते हैं, जिसका अर्थ है हमारी कार्रवाई का परिणाम। अगर आज, वुहान बुखार हमें नहीं मारता है, तो कल, अगले दिन, अगले हफ्ते, अगले महीने, हमारे पास एक और होगा जो हमें मार देगा, या हमें अंगहीन बना देगा, हमें सिर्फ एक सब्जी बना देगा, हमें एक बेकार, अशिष्ट प्राणी बना देगा। किसी काम का नहीं। स्वर्ग और पृथ्वी से आशीर्वाद बरबाद कर रहें हैं।

तो कृपया, बाद जाएँ। ईश्वर से डरें, ईश्वर से प्यार करें, बिलकुल बादल जाएँ, सभी प्राणियों से प्यार करें। जीवन बचाओ, इसे खतम न करो। हमने कई काम किए हैं, हम में से कई, आप में से कई। आप में से कई लोगों ने बैठकर, सप्ताह में, या दिनों के लिए लंबे समय तक बैठने, व्याख्यान दिए, सरकार के साथ साक्षात्कार किए, वृत्तचित्र बनाई, अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए, दुनिया को दिखाने के लिए सबसे कठिन, प्रदर्शन किए, अपनी पूरी कोशिश की, भाइयों और बहनों को दिखाने के लिए कि यह दुनिया सही नहीं है - इतना बर्बर होना, दूसरे प्राणियों के साथ इतना भयानक व्यवहार करना। वे दौड़ते हैं, वे छोटे बच्चे हैं, वे एक दूसरे से प्यार करते हैं। हमारी तरह ही उनके पास भी चेतना है। कोई भी इससे इनकार नहीं करेगा। यदि कोई भी इन भावनाओं को नकारता है तो इन प्राणियों में कोई भावना नहीं है, कोई भावना नहीं है, कोई प्यार नहीं है, कोई महान गुणवत्ता नहीं है, इन लोगों में समस्या है। क्योंकि मुझे पता है कि जानवरों में महान गुणवत्ता होती है, प्यार होता है, ईश्वर जैसा गुण होता है। मैं अपने अनुभव से, ध्यान से, प्रत्यक्ष स्वर्ग से आंतरिक मार्गदर्शन से यह सब जानती हूं। और भगवान। मैं भगवान से बात कर सकती हूं। और ईश्वर भी हम से थक चुके हैं।

लेकिन भगवान हमें नष्ट नहीं करना चाहते, अभी तक नहीं। लेकिन हमें नष्ट करने के लिए भगवान को लेने की जरूरत नहीं है। जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया, यहां तक कि सब्जियां भी हमें कुछ ही समय में खत्म कर सकती हैं। या जो ज़हर हम पानी में डालते हैं, और पीते हैं, और जो सब्जियों में जाते हैं, या उन जानवरों में जाते हैं जो आप खाते हैं, या समुद्र में मछली में जाते हैं। आप जहर भी नहीं देखते; आप उन्हें सूंघ भी नहीं सकते। आप उन्हें खाते हैं, आप मर जाएंगे, उन में से कुछ। आपको अपने आशीर्वाद को गिनना चाहिए कि आप अभी भी जीवित हैं, यह सब चीज़ें खा रहे हैं। मैं भी अपने आशीर्वाद गिनती हूं। मैं उन सभी बच्चों के लिए भी आशीर्वाद गिनती हूं, जिन्हें इन चीजों को खाने के लिए मजबूर किया गया है, जिनके बारे में उन्हें पता नहीं है कि वे जहरीले हैं। पहले, वे नहीं खाते हैं, लेकिन हम उन्हें मजबूर करते हैं, जब तक कि उन्हें इसकी आदत न हो जाए, और उन्हें करना पड़े, उनके पास कोई विकल्प न रह जाए। यदि आप जानते हैं तो किसी भी माता-पिता को बच्चों को कोई जहर नहीं खिलाना चाहिए। यदि आप इसे नहीं जानते हैं, तो कृपया शोध करें। इंटरनेट पर देखो। नासा की रिपोर्ट पर शोध करें। संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र के वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के तहत शोध करें। कई अन्य वृत्तचित्रों पर शोध करें जो आपको आपके ज्ञान के लिए, आपके जागने के लिए, उस सभी प्रेम से, जो वे अपने साथी प्राणियों के लिए अपने दिल में रखते हैं, उनके लिए पेश करते हैं।

ये सभी फिल्म निर्माता और अभिनेता, अभिनेत्री या जो भी इन वृत्तचित्र फिल्मों में शामिल हैं। अपने अंदर कि दयालुता से, न केवल जानवरों के लिए, बल्कि दुनिया के लिए, हमारे लिए, उनके भाई और बहन मनुष्यों के लिए, और सभी बच्चों के लिए जो पीड़ित हैं। अपनी गलती के कारण नहीं, क्योंकि वे कुछ भी नहीं जानते हैं। वे रक्षाहीन हैं। वे वही खाते हैं जो माता-पिता उन्हें देते हैं। ये सबसे दयनीय हैं। और उनके लिए, भगवान हमें देख रहा है। वे निर्दोष हैं।

इसके अलावा, जिस तरह से हम जानवरों पर अत्याचार करते हैं और उन्हें मारते हैं, अरबों कि संख्या में, हर महीने, हर हफ्ते, हर साल, दिन में, प्रतिदिन। भगवान सहन नहीं कर सकता। पशु भी ईश्वर की रचना है; वे यहाँ किसी उद्देश्य के लिए हैं। यदि आप उनके अंदर के महान गुणवत्ता को नहीं जानते हैं, तो कम से कम उन्हें नुकसान न पहुंचाएं। मुझे पता है आप नहीं जानते। क्योंकि यह सब बंद दरवाजों के पीछे किया जाता है।

मैं उन लोगों से बात कर रही हूं जो लाभ के लिए जानवरों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं। मुझे क्षमा करें, मैं अब अपने शब्दों को घूमा-फिरा के नहीं कहूँगी। वे ही दोषी हैं। ठीक उसी तरह, जैसे सिगरेट बनाने वालों को दोषी ठहराया जाता है; धूम्रपान करने वालों को नहीं। मांस खाने वाले नहीं; उन्हें अभी पता नहीं है। मादक पदार्थ के साथ भी। जो उन्हें उगाते हैं, वे गलती कर रहे हैं, वे जिम्मेदार हैं। और अगर वे अभी नहीं उठते हैं और अपने जीवन के तरीके को अधिक दयालु, और पश्चाताप करने के लिए नहीं बदल देते हैं, तो स्वर्ग तरस नहीं खाएगा। मैं दोहराती हूं, स्वर्ग तरस नहीं खाएगा। जो लोग दूसरों को मारने का लक्ष्य रखते हैं, चाहे वह इंसान हों या जानवर, बंदूक से, चाकू से, ज़हर से, भ्रामक द्वारा, व्यवसाय बनाने के लिए तमाम तरह की चालाक योजनाओं से, अपने लिए लाभ कमाने के लिए। इन लोगों पर स्वर्ग तरस नहीं खाएँगे।

कृपया अब पश्चाताप करें। और मैं आपकी मदद कर सकती हूं। मैं जिस शक्ति से संपन्न हूं, उसके साथ मैं आपकी मदद कर सकती हूं। लेकिन आपको खुद की मदद करनी होगी। आपको कठिन और त्वरित सोचना होगा। भगवान हमें यहाँ दूसरों को मारने के लिए नहीं बनाते हैं। "आपको मारना नहीं चाहिए।" भले ही आप दावा करें कि आप नास्तिक हैं। कोई बात नहीं, ठीक है। जिस तरह से आप जानवरों को मार रहे हैं, क्या आप उस तरह से मारे जाना चाहेंगे? नहीं, आप नहीं चाहेंगे। आप नहीं चाहेंगे कि आपके बच्चे, आपके बच्चों को नुकसान पहुंचाया जाए, छेड़छाड़ की जाए, उत्पीड़न किया जाए, उनकी हत्या की जाए, उनका नरसंहार किया जाए जिस तरह से हम जानवरों के साथ कर रहें हैं। नहीं नहीं। आपको यह जानने के लिए ईश्वर पर विश्वास करने की आवश्यकता नहीं है कि यह नैतिक रूप से सही नहीं है। यहां तक कि नास्तिक लोग भी, उनके अपने सिद्धांत हैं, उनकी अपनी संहिता है। यहां तक कि कुछ लुटेरे और चोर भी, उनका अपना सम्मान का कोड भी होता है। जैसे, वे गरीबों को नहीं लूटते हैं, उदाहरण के लिए। या वे लूटने वाले को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। हाँ। ऐसा कुछ।

और हमें, मनुष्यों को, नैतिकता का एक कोड, सम्मान का कोड रखना चाहिए। यह सदियों से पढ़ाया जा रहा है, हजारों साल पहले, सभी प्रकार के परोपकारी शिक्षकों द्वारा। जिसका भी नाम ले लें, आप इसे जानते हैं। भगवान यीशु, पैगंबर मुहम्मद (उनपर शांति हो), भगवान बुद्ध (विश्व सम्मानित एक), भगवान महावीर, भगवान कृष्ण, गुरु नानक देव जी, आदि, आदि। वे सभी यहां आए, हमारी अज्ञानता के कारण अपमान और नुकसान पहुंचा, बस हमें जागृत करने में मदद करने की उम्मीद कर रहे थे। और ये सदियों पहले से है, हम बड़े हो गए हैं, हमें अब तक जागृत हो जाना चाहिए। अगर पहले से नहीं है, तो अब! आज!

आज से, हिंसा से, यहां तक कि अप्रत्यक्ष हिंसा से। क्योंकि अगर हम जानवर का मांस खाते हैं, तो दूसरे लोगों को जानवरों को मारना पड़ता है। इसलिए हम अपनी अज्ञानता के इस भयावह परिणाम का हिस्सा हैं। कोई बहाना नहीं। हमें अभी भी सजा दी जाएगी, बिलकुल वही, नरक में। नर्क अस्तित्व में हैं। मुझे खेद है कि मैं नरक के बारे में बहुत बात कर रही हूं, लेकिन वह अस्तित्व में हैं। वे मौजूद हैं। मुझे सुनिश्चित रुप से पता है। और मांस खाने वाले लोग, हालांकि निर्दोष और अज्ञानी हैं, फिर भी उन्हें सजा दी जा रही है। भौतिक ग्रह पर जैसे जानवरों को कदूकस किया जाता है, आपको भी वैसे ही किया जाएगा। और कोई भी आपकी मदद करने के लिए नहीं होगा, जब तक आप ऋण का भुगतान नहीं करते हैं, जिसके बारे में आपको पता भी नहीं था; समाज नीति के माध्यम से; जीवन के जिस रास्ते से आप पैदा हुए हैं, आपका उससे कोई लेना-देना नहीं है, आप बस उसी तरह से जीते रहते हैं, जिस तरह से आपके पूर्वज रहते थे। कुछ को पता है; कुछ धर्मी, वीगन बन गए और जानवरों की रक्षा करना जानते हैं, लेकिन हममें से बहुतों को इस तरह से समझने, या इस तरह से पढ़ाए जाने, या पशु कारखानों के बंद दरवाजों के पीछे की क्रूरता की वास्तविकता को जानने का सौभाग्य नहीं मिला है।

हम प्रार्थना करेंगे। हमने कई काम किए हैं। हम में से कई लोगों ने कई काम किए हैं: हड़ताल, विरोध, प्रतिवाद, दृढ़ उक्ति। मैंने खुद भी सरकारों को लिखा, उनसे कानूनों पर पुनर्विचार करने, या जानवरों की रक्षा के लिए नए कानून बनाने, अपने नागरिकों, विशेष रूप से बच्चों की रक्षा करने के लिए विनती की; भावी पीढ़ी के लिए। हम कई काम करते हैं। हमने बात की, हम हड़ताल करते हैं, हमने अपने स्वर को और अधिक कोमल बनाने के लिए नरम किया, और धमकी न देने की आवाज़ का ईस्टमाल किया। हम क्रोधित हैं, हमने अपमानजनक प्रकार की टिप्पणियां या कार्य किए हैं। लेकिन अब, यह बहुत धीरे-धीरे काम करता है। अब हमें प्रार्थना करनी है।

कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां हैं, रात नौ बजे हांगकांग समय के अनुसार एक अलार्म बनाएं। दोपहर दो बजे, पेरिस के समय अनुसार। मुझे लगता है कि शायद यह आठ बजे है, न्यूयॉर्क समय के अनुसार। कृपया, मेरे पास यहाँ सूची नहीं है। मैंने सूची बनाई थी लेकिन अभी मेरे पास यहां नहीं है। माफ़ करना। यह इस तरह का एक स्वतःप्रसूत निर्णय था और मैंने अपने कर्मचारियों को इतना कठिन काम दिया, क्योंकि हमने इससे पहले कभी ऐसा नहीं किया है। उन्होंने हमारे सीमित उपकरणों और समय के साथ इस तरह की स्वतःप्रसूत कार्य का अनुभव नहीं किया है और तैयार नहीं किया है। लेकिन मैंने आज कहा कि अगर मैं ऐसा नहीं करती हूं, तो मैं एक और दिन फिर से विचलित हो सकती हूं या कुछ और काम पद सकता है क्योंकि मैं यह बहुत पहले ही करना चाहती थी।

आज मुझे यह करना पड़ा क्योंकि कल मैं अपने स्वयं के कार्यालय में चिल्ला रही थी क्योंकि मैंने कुछ भयानक वृत्तचित्रों को देखा कि लोग जानवरों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं और जानवरों को अपने जीवन को नरक की तरह कैसे जीना पड़ता है। और मैं बहुत क्रोधित हो रही थी, मैं स्वर्ग के ऊपर भी चिल्ला रही थी। मैंने उन्हें भी कुछ करने का आदेश दिया है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करती हूं, और आप भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। हमें मिलकर काम करना चाहिए। आपको मेरे शिष्य होने की ज़रूरत नहीं है; आपको मेरे पीछे चलने की जरूरत नहीं है, कुछ भी नहीं। आपको मेरे लिए कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस इसे स्वयं के लिए करें, जानवरों को स्वतंत्र जीवन जीने में मदद करके।

हम प्रार्थना कर सकते हैं, लगभग आधे घंटे एक साथ ध्यान कर सकते हैं। और हम हर सप्ताहांत को भी जारी रख सकते हैं; प्रत्येक रविवार को फिर से, आने वाले रविवार की तरह, 9 फरवरी, 2020। हम ऐसा करते हैं, इसके अलावा और सब कुछ जो हम करते हैं, जब तक कि पूरा विश्व वीगन नहीं बन जाता है। हम नहीं रुकेंगे; मैं नहीं रुकूंगी। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो भी मैं यह सब अपने आप से, या अपने तथाकथित शिष्यों के साथ करूँगी; हम यह सब एक साथ करेंगे। हम हर सप्ताहांत पर ध्यान करते आ रहे हैं, जब से मैं ताइवान (फॉर्मोसा) में वापस आई हूं। मैं ताइवान (फॉर्मोसा) में वापस आने से पहले हमेशा ध्यान करती रहती थी, यूरोप में, हर समय, मैं जहां भी कर सकूँ। ज़्यादा या थोड़ा समय; घर में या गुफा में या जंगल में, या पहाड़ पर; कहीं भी। हमेशा इसलिए कि मैं इंसानों से प्यार करती हूं। आप मेरी आंखों में देख सकते हैं कि यह सच है जो मैं बोल रही हूं। और मुझे जानवरों से प्यार है।

कल मैं जोर से चिल्ला रही थी। मैंने कहा, “आपको इसे रोकना चाहिए। कुछ करो! अगर आपको यह सब करने और रोकने के लिए चाहिए तो चाहे मेरी सारी शक्ति ले लो। मन बदलो, दिल बदलो। कुछ करो।" क्योंकि जानवरों को इतना पड़पना पड़ता है। कोई भी इसे देखकर यह नहीं कह सकता कि, "ओह, मुझे कुछ भी महसूस नहीं हो रहा है।" मुझे यकीन है आप रोओगे; आप वैसे ही चिल्लाओगे जैसे मैं चिल्लाती हूँ। कृपया इसे देखें। अपने जीवनकाल में एक बार साहस करें - इन फिल्मों को देखें और जानवरों के लिए एक कार्यकर्ता बनें। हमारी दुनिया के लिए, बाद की बच्चों की पीढ़ी के लिए, कुछ करें। यदि आपने अपने जीवन में कुछ भी नहीं किया है, तो यह पहली चीज है और आखिरी चीज जो आपको करनी चाहिए।

हम अपने आप को मानव नहीं कह सकते, ईश्वर की संतान, हम जिस तरह से रह रहे हैं, ज्यादातर अब ऐसे ही हैं; दूसरों को मारना, यहाँ तक कि एक-दूसरे को भी मारना, युद्ध में। किस लिए? जमीन के एक टुकड़े के लिए, थोड़ा नीतिगत अंतर के लिए, विभिन्न मतों के लिए। यह बेहूदा है! हम बड़े हो गए हैं। नहीं? हम सिर्फ बच्चों को कहते हैं, वे मूर्ख हैं, वे कुछ नहीं जानते, लेकिन क्या हम कुछ जानते हैं? जिस तरह से हम व्यवहार करते हैं, क्या हम बच्चों से बेहतर हैं? नहीं! मैं सच बोलने के लिए माफी मांगती हूं। नहीं, मैं माफी नहीं मांगती। शायद किसी ने कभी ऐसा नहीं कहा, इसलिए किसी को कहना होगा। किसी को ऐसी बातें कहनी होंगी जो सच्ची हैं, सीधे दिल से दिल तक। हम बहुत पहले सो रहे हैं। यह जागने और इंसान होने का समय है। नायक बनें। प्रेम की, दया की, शांति की, परोपकार की व्यक्तिगत चुनाव करके हमारी दुनिया को बचाएं; टेबल पर, सुपरमार्केट में, हमारे बच्चों को अपने जीवन को जीने का सबसे अच्छा तरीका सिखाएं। एक बुरा उदाहरण न बनाते हुए, उन्हें जहर देकर, उन्हें बीमार बनाकर और फिर अपनी बीमारी के बारे में चिंतित होकर। और कभी-कभी डॉक्टर कुछ भी नहीं कर सकते हैं, और फिर आप रोते हैं, आप विलाप करते हैं, और आप दुखी होते हैं। आप अपने बच्चों के साथ भी मरना चाहते हैं। उसका क्या फायदा? अभी करो! उनकी जान बचाओ! उन्हें उचित भोजन दें; पोषण, जहर नहीं। उन्हें जीवित भोजन दें, मृत लाश नहीं, मृत शव नहीं।

आप कहीं भी हों, कोई फर्क नहीं पड़ता, एक अलार्म बनाएं और हम एक साथ प्रार्थना करेंगे। हम मौन में एक साथ ध्यान करेंगे। लेकिन सार्वभौमिक प्रेम और परोपकार की शक्तिशाली आंतरिक आवाज के साथ। ब्रह्मांड के उच्चतम आयाम से। सबसे उच्च से। अपने खुद के विश्वास पर विश्वास करें। अपने भगवान पर विश्वास करो। अगर आपको लगता है कि आपका भगवान मेरे भगवान से अलग है, तो अपने भगवान पर विश्वास करें। अपने बुद्ध पर विश्वास करो, अपने बोधिसत्व, अपने संत, अपने गुरुओं, अपने स्वयं के भीतर सकारात्मक शक्ति पर विश्वास करो, क्योंकि आप भगवान की संतान हो। और हर मास्टर कहते हैं कि आपके भीतर ईश्वर का साम्राज्य है। मैंने इसे पा लिया है, लेकिन मैं यहां अब उसके बारे में बात नहीं कर रही हूं। मैं सिर्फ साधारण जीवन के बारे में बात कर रही हूं, कि हमें एक सच्चा इंसान बनना चाहिए।

और हमें स्वयं के प्रति दयालु होना चाहिए और अन्य प्राणियों के प्रति दयालु होना चाहिए। कम से कम प्राणियों, कमजोर और नम्र और दयनीय; असहाय, हानिरहित, जो मदद के लिए रो भी नहीं सकते। कल्पना कीजिए कि उनकी जगह आप हैं। आप ऐसे अंधेरे कोने में कैद हो। कोई आपका रोना भी नहीं सुनता, अगर आप रो भी पाएँ तो। वे आपको एंटीबायोटिक दवाओं के साथ, शामक के साथ मैम करते हैं, ताकि आप बस खाएं और लेटें, अगर आप पलट भी पाएँ तों। टोकरा इस तरह है। आप देखो। आप उन फिल्मों को देखें और आप जान जाएँगे कि मैं झूठ नहीं बोल रही हूं। यदि आप अभी तक नहीं जानते हैं, तो आपको पता होना चाहिए, क्योंकि यह आपका जीवन है। आपको यह जानना होगा कि वे आपको हर दिन खाने के लिए क्या दे रहे हैं, आप अपने बच्चों को हर दिन खाने के लिए क्या दे रहे हैं - शुद्ध जहर! आपको इसे रोकना होगा! यहां तक कि अपने स्वयं के लिए, यहा तक कि दुनिया, ग्रह, भविष्य की पीढ़ियों, करुणा, प्रेम, दया के बारे में बात करने से भी पहले! अपना ख्याल रखा करो। तब तक प्रतीक्षा न करें जब तक कि आप बिस्तर में आधा मृत न हों और खेद महसूस न करें। बहुत देर हो जाएगी!

डॉक्टरों में से एक, मेरे एक शिष्य, वह एक डॉक्टर भी है। मैंने इस कहानी को पहले कहा था, मुझे लगता है, लेकिन मुझे यकीन नहीं है। मुझे यकीन है कि आप में से अधिकांश ने इसे नहीं सुना था। मांस के कारण कैंसर से उनकी मृत्यु हो गई। यह उन्हें पता चला। मरने से पहले वह रो रहा था। वह एक डॉक्टर, कुछ अस्पताल के मुख्य चिकित्सक हैं। और वह उनके साथ, उनके अस्पताल के लिए काम कर रही थी। वह उनका बॉस भी था। इसलिए, वह आई और उनसे मिलने गई, और वह रो रहा था। उन्होंने कहा, "आप वीगन हैं, है ना?" उन्होने कहा, "हाँ, आप जानते हैं।" "आप मांस के हानिकारक प्रभावों के बारे में जानती थी, तो आपने मुझे क्यों नहीं बताया? आपने मुझे क्यों नहीं बताया कि मांस से इतना नुकसान होगा? अब मैं मर रहा हूं।” इसलिए, अब मैं आपको बता रही हूं। इसलिए कम से कम मेरे पास स्पष्ट अन्तश्चेतना है।

खैर, मैं सालों से, दशकों से बता रही हूँ। लेकिन आज, आप में से कुछ पहली बार मुझसे मिले। मैं आपको बताना चाहती हूँ। अपना ख्याल रखा करो। मांस मत खाओ! मछली खाना छोड़ दो! अंडा खाना छोड़ दो! जो जानवरों से आता हैम उस सबको छोड़ दो! बस वनस्पति प्रोटीन लें। वीगन पनीर, वीगन मछली, वीगन मांस, वीगन झींगा, वीगन कुछ भी। स्वादिष्ट और अद्भुत और स्वस्थ। ग्रह की मदद करें। जानवरों को बचाएं। हमारी दुनिया को बचाओ। नायक बनें।

अपनी सारी शक्ति का उपयोग करे, अपने विश्वास से; अपने गुरु से, अपने भगवान से। परिवर्तन के लिए कॉल करने के लिए यह सब का उपयोग करें। परिवर्तन के लिए आह्वान करें, हमारी दुनिया में एक परिवर्तन के लिए इस सारी शक्ति का आह्वान करें, इसे एक वीगन विश्व बनाएं। क्योंकि वीगन लाएगा, वीगन जीवन शैली आपके जीवन में अन्य सभी लाभों को, सभी जीवन में लाएगा। और मैं आप सभी के प्रति आभारी हूं, कि मैं जानवरों के दर्द और पीड़ा से अधिक न रोऊँ। कि मैं इसके बाद किसी भी समय शांति से मर सकूँ। अभी।

आप शायद मुझसे पूछें कि मौजूदा जानवरों के साथ क्या करना है। बस उन्हें रोगाणुहीन करें, ताकि वे किसी भी अधिक बच्चों को जनम न दें, अगर आप कुछ को अपना पालतू बनाना नहीं चाहते तो। क्योंकि वे हवा में मीथेन गैस भी लाते हैं। यह ग्रह के लिए हमारी गर्मी को तेज कर रहा है। और यही वह चीज है जो हमें नष्ट कर देगी, जो हमारे लिए निकटस्थ खतरा है। इसलिए, हम उन्हें, कारखानों में, उन जानवरों को बाँझ बनाते हैं, और उन्हें आज़ादी से जीने देते हैं, आज़ादी में, गरिमा में, प्यार में, जब तक कि प्रभु उन्हें स्वर्ग वापस नहीं बुला लेते। और वे निश्चित रूप से स्वर्ग जाएंगे, मैं आपको बता रही हूं। लेकिन मैं सभी मनुष्यों के बारे में ऐसा नहीं कह सकती। मुसीबत आने वाली है; नरक उनमें से कई का इंतजार करता है।

मैंने पाँच उपदेश लिए हैं। पहला: आप मारेंगे नहीं। दूसरा, आप झूठ नहीं बोलेंगे। व्यभिचार प्रतिबद्ध नहीं करेंगे; आप चोरी नहीं करोगे और आप नहीं करेंगे... महत्वपूर्ण यह है कि आप झूठ नहीं बोलेंगे। आप दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे यह सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए हम वीगन हैं। मैं वीगन हूं। तो, आपको भी होना चाहिए। और दूसरे को झूठ नहीं बताना है; हमेशा सत्य बोलो। इसलिए, मैं आपको केवल अपने जोखिम पर, अपनी खुद की क़ीमत पर, केवल सच बताऊंगी। आप ऐसा न सोचें कि यहाँ बैठ कर आपसे बात करके मुझे अनानास मिलता है, अगर सच कहूँ तो। मैं एक तरह से करती हूं; मेरा मतलब है कि मुझे आपकी मदद करने में मजा आता है। मुझे आपको जगाने में मज़ा आता है, आपको दिखाने में, इन सभी भयानक चीजों को बताने के लिए, जो आपको नहीं पता है कि आपके जीवन और आपके बच्चों के जीवन को प्रभावित करता है।

लेकिन, एक तरह से, मैं आपसे बात करते समय बहुत कुछ खो देती हूं। मैं अपना आध्यात्मिक योग्यता भंडार खो देती हूं। स्टोर में, मैं अपना वर्थ खो देती हूं, जिसका अर्थ है कि मुझे किसी भी समय किसी भी समय जोखिम हो सकता है। मेरा उपहास किया जा सकता है। चीजें मेरे पास आ सकती हैं, दुर्घटना, कुछ भी, किसी भी अन्य चीज, बस कहीं से भी आएगी अगर मैं अपने वर्थ को बहुत अधिक खो देती हूं। रिजर्व के तहत बहुत ज्यादा। जब भी मैं सत्य के बारे में बात करती हूं, स्वर्ग का ज्ञान पृथ्वी पर लाती हूं, मैं अपने आध्यात्मिक गुणों को खो देती हूं। मेरा मतलब है, उनमें से मेगाटन। और मैं अपना वर्थ भी खो देती हूं। इंसान की तरह वर्थ नहीं, बल्कि पूरे ब्रह्मांड की नजर में वर्थ। तो इसका मतलब है कि अगर मैं बहुत ज्यादा हार गई, तो मैं कुछ भी नहीं बन जाऊँगी। कोई भी नहीं। सम्मानित प्राणी नहीं। संरक्षित प्राणी नहीं। हाँ, इसका यही मतलब है। कई मास्टर्स ने अपना मूल्य खो दिया। "वर्थ," लिखित पूंजी। यह हीरे के मूल्य, या मानव जीवन के मूल्य, या प्रतिभाओं के मूल्य से अलग है। ऐसा नहीं है। ओह, यह अविश्वसनीय है। यह इस दुनिया में आपके योग्य किसी भी चीज़ से अलग है।

अतीत में कई मास्टर्स ने अपने वर्थ से एक बहुत कुछ खो दिया है, या शायद उस सभी को खो दिया है, या यहां तक कि न्यूनतम से नीचे, या वर्थ के शून्य डिग्री से नीचे। और इसीलिए उनका उत्पीड़न किया गया था, उनके साथ छेड़छाड़ की गई थी, उनका उपहास किया गया था, उन्हें प्रताड़ित किया गया था, उन्हें सताया गया था या जहर दिया गया था, कैद किया गया था या मार दिया गया था। अब आप जानते हो। लेकिन मानव जाति के प्यार के लिए, इन पीड़ित, निर्दोष असहाय जानवरों के प्यार के लिए, मैं कुछ भी कर सकती हूं। इसलिए इस क्षण ऐसा मत सोचिए कि मैं आपको उपदेश देने की कोशिश कर रही हूं। मैं आपको अपना प्यार दिखाने की कोशिश कर रही हूं, बस इतना ही है। क्योंकि मैं जानती हूं, आप सब जो मुझे सुन रहे हैं, मेरे शिष्य नहीं बन जाओगे। हम भी स्क्रीनिंग कर रहे हैं। हम शिष्यों के रूप में हर किसी को स्वीकार नहीं करते हैं। आजकल हम स्क्रीनिंग करते हैं। इससे पहले, जब मैं सार्वजनिक व्याख्यानों के लिए निकली थी, मैं बस देती थी; मुफ़्त में। लेकिन अब मुझे एहसास हुआ कि उन्हें कुछ सीखना चाहिए इससे पहले कि वे वास्तव में दीक्षा प्राप्त कर सकें और शिष्य बनें। अन्यथा, यह समय की बर्बादी है - मेरे समय और उनके समय की बर्बादी, और मेरे कीमती आध्यात्मिक मूल्य की बर्बादी। और अगर वे मेरा उपहास करते हैं या मेरे बारे में बुरा बोलते हैं, मेरी पीठ पीछे मेरी आलोचना करते हैं, तो वे भी मुश्किल में पड़ जाएंगे। इसलिए, मैं आजकल बहुत सावधान हूं। इसलिए, मैं आपको अपने शिष्यों के रूप में भर्ती करने की कोशिश नहीं कर रही हूं। कृपया आश्वस्त रहें। ईश्वर मेरा साक्षी है। मैं बस इतना चाहती हूं कि आप सही मायने में अपना ख्याल रखें और अपने आप को पोषण करें, जीवन के साथ, मृत्यु के साथ नहीं। मृत्यु के साथ नहीं। जहर से नहीं। स्वर्ग, और ईश्वर की इच्छा के खिलाफ नहीं, बल्कि ईश्वर के बच्चे के रूप में जिएं - परोपकारी, सौम्य, दयालु, शांतिपूर्ण और खुश।

नरक कई पापियों की प्रतीक्षा करता है। यहां तक कि सिर्फ मांस खाना। मुझे आपको यह बताने में खेद है, लेकिन मुझे आपको बताना होगा, ताकि आप एक चुनाव कर सकें, और यह कि मैं इस ग्रह पर आपकी बहन, सह-नागरिक के रूप में अपने विवेक के बारे में स्पष्ट हूं, मुझे आपको बताना होगा। बस इतना ही। अगर यह सिर्फ आपके लिए नहीं है, तो मेरे लिए है। इसलिए, मैं अपने विवेक से स्पष्ट हूं कि मैंने आपको सच्चाई बताई है, फिर आप जानते हैं और फिर आप निर्णय लेते हैं। हमारे पास इसके कई गवाह हैं। बहुत से लोग नरक में गए और उन्होंने वापस आकर हमारे लिए नरक का वर्णन किया। और वे उसके बाद एक अलग व्यक्ति बनने के लिए बदल जाते हैं या इसके विपरीत जो वे पहले थे। जैसे वे बेचने के लिए बतख या मुर्गियों को मार रहे हैं, अब वे बिलकुल हाई बदल जाते हैं; वे मुर्गियों की मदद करते हैं। वे मुर्गियों और बत्तखों या अन्य जानवरों को बचाते हैं। वे अपने दिल को पूरी तरह से बदल देते हैं जब वे नरक में जाकर वापस आते हैं, जैसे कि मृत्यु के अनुभव या कभी-कभी सब्जी की तरह कई दिनों तक जीकर, वापस आकर निजी तौर पर अपने सभी परिवारों को कहानी सुनाते हैं। और कुछ लोग इसे देखते हैं और किताबें लिखते हैं, उदाहरण के लिए, या इसे कुछ फिल्मों या दस्तावेज़ में दर्ज करते हैं। मेरे शिष्य भी नरक गए। उनमे से कुछ। सिर्फ इसलिए कि उनके माता-पिता जो वहां थे, तो इसलिए वे गए, और फिर उन्होंने माता-पिता को बचाया।

और वैसे, मास्टर पावर, सबसे उत्तम, की कृपा से, पूरा नरक, वे भी खाली हो जाते हैं, उसी समय। हमने अनायास इनमें से कम से कम दो शिष्यों के अनुभव दर्ज किया है। वे नरक में गए और अपने कुछ दोस्तों या परिवार के सदस्यों को बचाया। और जो चीजें उन्होंने देखीं, हे भगवान, आपने बुरे सपने देखे होंगे, अगर आपने इसके बारे में बहुत सुना है, तो मैं और विस्तृत नहीं करूँगी।

मैं भी आपसे पुष्टि करना चाहती हूं। मैं यह भी पुष्टि कर रही हूं कि नरक सभी पापियों और यहां तक कि जानवरों के मांस खाने वालों के लिए मौजूद है, भावुक प्राणियों के मांस खाने वाले। तो, यह सच है। लेकिन स्वर्ग भी मौजूद हैं। हमारे पास विकल्प है! हम अभी घूम सकते हैं और फिर स्वर्ग की ओर जा सकते हैं। भले ही आपने पहले हजारों, लाखों पाप किए हों, अगर आप अब मुड़ते हैं, अपना दिल बदल लीजिए, आपको माफ कर दिया जाएगा। मे वादा करतीं हूँ। मैं वादा करती हूं कि मैं आपके लिए वहां रहूंगी। स्वर्ग या नरक, अगर आप पश्चाताप करते हैं और दुनिया को बचाने के लिए और जानवरों की पीड़ा को रोकने के लिए, अपनी जीवन शैली को एक उदार वीगन आहार में बदल देते हैं, तो मैं आपके सहयोग करूंगी। मैं आपको दुनिया के एक मानद नागरिक के रूप में वादा करती हूं, कि मेरे पास पर्याप्त शक्ति है, स्वर्ग ने दी है, आपको बचाने के लिए, आपको स्वर्ग जाने में मदद करने के लिए। आपको नरक में नहीं जाना पड़ेगा यदि आप अब बदलते हैं, तो जल्द ही बदल जाए, जल्दी से बदल जाते हैं। क्योंकि आप कभी नहीं जानते कि मैं भी यहां रहना जारी रखूंगी या नहीं। मेरे लिए इतना काम, इतना दुःख, इतना तनाव, इतना कोर्टिसोन, मेरे रक्त में तनाव के कारण, इस दुनिया के मनुष्यों और जानवरों की पीड़ा के कारण। युद्ध, अकाल, क्रूरता, अन्याय आदि के कारण। नरम दिल वाला कोई भी इस दुनिया को बहुत लंबे समय तक सहन नहीं कर सकता है।

स्वर्ग मौजूद है। भगवान का शुक्र है। दरअसल, मेरे कई शिष्य स्वर्ग गए और वापस आए। यह उनके लिए साधारण काम की तरह है। कभी-कभी वे स्वर्ग जाते हैं, और वे वापस आते हैं, आपके और मेरे जैसे एक सामान्य नागरिक की तरह, और किसी को भी उसके बारे में कुछ नहीं पता है। यीशु के शिष्यों की तरह, वे सामान्य दिखते थे, लेकिन वे स्वर्ग चले गए, तुरही सुनकर और स्वर्ग और वह सब देखकर। बुद्ध या प्रभु यीशु मसीह के साथ भी, वे सामान्य मनुष्यों की तरह ही दिखते हैं, लेकिन उनके अंदर, जबरदस्त शक्ति और ज्ञान और बोध और करुणा है, कोई सीमा नहीं है।

मैं आपकी मदद करना चाहती हुँ। कृपया मुझे करने दो। आपको मुझ पर विश्वास नहीं करना है। आपको मेरा शिष्य होना की ज़रूरत नहीं है। आपको मेरे शिक्षण को बढ़ावा नहीं देना है, कुछ नहीं करना। बस एक वीगन आहार में परिवर्तन करें। खुद की मदद करने के लिए, सबसे पहले। इन निर्दोष, असहाय जानवरों के प्रति सहानुभूति रखने के लिए - यातनाएं दी जा रही हैं और उन जानवरों की खुद की कोई गलती नहीं है। बस वीगन बनो। अपने परिवार के साथ, अपने पड़ोसी के साथ, खुद के साथ शांति बनाएं। अपना और अपने बच्चों का, अपने परिवार का ख्याल रखें। आपका कर्तव्य है कि आप उन्हें अच्छा भोजन, पौष्टिक भोजन - जीवन दें, न कि मृत्यु।

बहुत से लोग जानते हैं कि स्वर्ग मौजूद है। कुछ लोग जिनके पास निकट-मृत्यु के अनुभव हैं और कुछ मानसिक लोग, कुछ भेदक, योग के कुछ अभियासी, ध्यान करते हैं, वे स्वर्ग में गए जैसे आप सुपरमार्केट में जाते हैं। इसके बारे में कोई बड़ी बात नहीं है। पशु संचारकों में से एक, मेरे शिष्य नहीं, केवल सामान्य लोगों में से, उन्होने मेरे एक छोटे पक्षी, दत्तक पक्षी का साक्षात्कार किया। और मेरे पक्षी ने उन्हें टेलिपाथिक पशु संचारक से कहा, "यह यहाँ स्वर्ग है!" यह वास्तव में स्वर्ग है! मैं यहां बहुत खुश हूं।” इसलिए, उन्होंने स्वर्ग से सही मायने में बात की और स्वर्ग की स्थिति के बारे में कहा, लेकिन संचारक को इसका एहसास नहीं हुआ। वह सोच रही थी कि पक्षी की प्रशंसा करते हुए मुझे लगता है जैसे कि हम स्वर्ग में हैं, कि वह स्वर्ग में खुश महसूस करता है। लेकिन ऐसा नहीं है। मुझे यह पता था क्योंकि इस साक्षात्कार के होने से तीन साल पहले ही मेरी चिड़िया गुजर चुकी थी। तो मुझे पता था।

मेरे कुछ दीक्षित स्वर्ग भी गए और वहाँ जानवरों को भी देखा। पशु स्वर्ग जाते हैं। आपसे कहा था। मैं भी गई। मैंने स्वर्ग में जानवरों को भी देखा। वे सुंदर हैं, सुंदर हैं। मैंने देखा, लेकिन शुरुआती चरण में भी, अपने आध्यात्मिक अभ्यास के शुरुआती चरण में भी, सिर्फ अभी नहीं। अब मैं एक अनुभवी योगी की तरह हूं। वहां के जानवर बिल्कुल स्वर्ग जैसे हैं। सही मायने में। हमारी शब्दावली में वर्णित बहुत मुश्किल है। हमारी शब्दावली बहुत खराब है। वैसे भी, वे सभी शानदार रोशनी के साथ चमकते हैं और प्यार को गले लगाते हैं। यही उनका गुण है। यह स्वर्ग में पक्षियों और जानवरों का निशान है।

तो ठीक है। मुझे लगता है कि आपने पर्याप्त सुना है। यदि नहीं, तो शायद अगली बार। अब जब हम लाइव बात कर सकते हैं, तो शायद मैं आपसे बात करने के लिए अपने व्यस्त कार्यक्रम में समय निकालने की कोशिश करूंगी, अगर आप सुनना चाहते हैं तो। लागत कुछ भी नहीं है। कोई नुकसान नहीं। इसलिए, कृपया, मेरे साथ विश्व वीगन के लिए प्रार्थना करें, और फिर हम विश्व शांति बनाए रखेंगे। हमारे पास विश्व शांति होगी। हमारे पास सम्पूर्ण विश्व शांति होगी।

मैं आपको धन्यवाद देती हूं, सुनने के लिए। मैं आपको धन्यवाद देती हूं, शायद, मुझ पर विश्वास करने के लिए। और मैं व्यक्तिगत रूप से इस उद्देश्य के लिए अपने ध्यान को तेज करना जारी रखूंगी। मैंने अक्सर किया है, अभी भी कर रही हूँ और अभी भी कर रही हूँ, और करती रहूँगी। और अब से हर रविवार, हम एक साथ प्रार्थना करेंगे, और तीस मिनट के लिए एक ही समय में विश्व वीगन के लिए एक साथ ध्यान करेंगे। या यदि आप तीस मिनट नहीं कर सकते हैं, तो अपनी स्थिति, या अपने समय के कारण जितना हो सके उतना करें। उतना जितना आप कर सको। लेकिन यहां तक कि ईमानदारी से पाँच मिनट, बीस मिनट भी, यह सब हमारी दुनिया को साफ करने में मदद करता है, हमारे बच्चों को बचाने के लिए और भगवान के बच्चों के लिए एक महान, योग्य, सभ्य जीवन जीने के लिए।

हमसे जुड़ें, कृपया हर रविवार, शाम को 9 बजे ध्यान करें [होंग कोंग समय के अनुसार]। इस रविवार हम इसे करेंगे। नौ बजे, 9 फरवरी, 2020, हम आधे घंटे तक एक साथ ध्यान करेंगे। यह टीवी पर नहीं होगा। मैं अपने क्षेत्र में ध्यान करूंगी। आप जहां हो वहीं ध्यान लगाना। आपके बाथरूम में भी हो सकता है, यह भी ठीक है। सर्वत्र पवित्र है। हर जगह ईश्वर मौजूद है। और हर जगह भगवान हमें सुन सकते हैं, स्वर्ग को पता चल जाएगा। बस ईमानदारी चाहिए। मासूमों को बचाने के लिए हमसे जुड़ें। हमारी दुनिया को बचाने के लिए हमसे जुड़ें। कृप्या!

ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद। शुक्रिया, आपने हमारी दुनिया की मदद के लिए, जानवरों को बचाने के लिए जो किया है, उसके लिए आप सभी का शुक्रिया। भगवान आपको हमेशा के लिए इस जीवन और अगले में कई गुना आशीर्वाद दे। आप सभी को मेरा प्यार, वीगन और गैर-वीगन, समलैंगिक और समलिंगकामुक, उभयलिंगी, सब समान। बच्चे और बूढ़े, महिलाएं और पुरुष, जानवर और अदृश्य प्राणी, पेड़ और पौधे, सभी को मेरा प्यार है। ईश्वर हम सभी पर कृपा करें! भगवान हमारी दुनिया को आशीर्वाद दे! धन्यवाद, धन्यवाद और धन्यवाद। बहुत लंबा।

(गुरुजी। आपने हमें याद करवाने के लिए कहा था कि आपका कुत्ते ने क्या कहा था।) मुझे नहीं पता कि क्या वे अभी भी सुनना चाहते हैं। खैर, मेरे कुत्ते... सभी कुत्तों में यह क्षमता नहीं होती है, लेकिन मेरे बचाए कुत्तों में से एक, मैंने उसे सड़क से थाईलैंड में अपनाया था। वह उस समय एक पिल्ला की तरह लग रहा था और मुझे लगा कि वह उन पिल्लों के समूह से संबंधित है जिन्हें मैंने पहले बचाया था। लेकिन वह बड़ी है; वह तीन साल की थी। डॉक्टर ने हमें बाद में बताया। और वह अब भी मेरे साथ है, और वह भेदक है। और क्योंकि उसने मनुष्यों को गोल्फ कोर्स में अपने माता-पिता और अन्य कुत्तों को मारते हुए देखा था- गोल्फ कोर्स कुत्तों को अपनी जगह पर गड़बड़ करने नहीं देना चाहते हैं, जिसे मैं भी समझता हूं। लेकिन कुत्तों से छुटकारा पाने के कई तरीके हैं। आप उन्हें ले जा सकते हैं और उन्हें एक कुत्ता-केंद्र, दत्तक केंद्र में दे सकते हैं।

मैंने उन्हें यह बाद में बताया, कि उन्हें कुत्तों को फिर से जहर नहीं देना चाहिए। एक बुरा कर्म है। बाद में बहुत बुरा प्रतिशोध होगा। आप फिर से जन्म लेंगे, और लोग आपको जहर देंगे। और तब आप उस जहर देने वाले को दोषी ठहराएंगे, लेकिन यह आपका कर्म, आपका प्रतिशोध है।

अब, मेरे कुत्तों में से एक, वह बहुत छोटी है। वह, ल्हासा अप्सो, उस प्रकार, या शिहत्ज़ु या माल्टीज़, उस आकार, छोटे माल्टीज़ की तरह दिखती है। और वह सुंदर है। उसकी आँखें बहुत सुंदर हैं। उसकी आँखें बहुत ज्ञानी है। कभी-कभी, वह आपकी ओर देखती है और आग, प्रकाश उसकी आँखों से दिखता है। अंधेरे में भी आप देख सकते हैं कि प्रकाश उसकी आँखों से बाहर आता है। और वह मनुष्यों से बहुत डरती थी, सिवाय उन लोगों के जिन्हें वह जानती है। लेकिन हमें उसका भरोसा हासिल करने में एक साल से ज्यादा समय लगा। और अब वह आती है और मेरे पैर की उंगलियों को चाटती है। वह हर बार मेरे पैर की उंगलियों को चाटती है। हर बार, जब मैं बस दूसरे कमरे में जाकर वापस आती हूँ, तो वह मेरे पैर की उंगलियों को चाटती है। वह वास्तव में सम्मान करती है। और उसके नाम का मतलब भी है 'सम्मान' है। मैं अपने कुत्तों को आपको नहीं दिखाना चाहती। मुझे क्षमा करें। क्योंकि पहले मैंने ऐसा किया था, और वे सभी बीमार हो गए और सभी प्रकार की चीजें उन्हें प्रभावित करती हैं। मुझे वह पसंद नहीं है। मैं चाहती थी, लेकिन नहीं। मेरा कर्तव्य है कि मैं अपने कुत्तों की रक्षा करूं। मैंने उन्हें बचाया है। मुझे करना होगा। मैं उन सभी को नहीं दिखा सकती, हमारे पास अभी सात हैं, इससे पहले हमारे पास दस से अधिक थे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे उन सभी से प्यार है। और वह सबसे छोटी है। वह बहुत भेदक है और बहुत शक्तिशाली है। वह भविष्य देख सकती है। करीबन, शायद तीस साल आगे, उसने मुझे कई बातें बताईं। और बाद में, मैंने भी सत्यापित करा कि यह सच है। मुझे यह भी पता है कि, यह आश्चर्यजनक है कि एक कुत्ते को बहुत सारी चीजें पता हो। वह इंसानों से बहुत डरती थी।

उसे पकड़ना बहुत मुश्किल था। मैंने एक बड़ा इनाम दिया, आप जानते हैं, थाईलैंड के लिए, यह बहुत बड़ा था। कई बार, इनाम दिया। लेकिन मैंने उनसे कहा, यदि आप उसे फँसाते हैं, उसे चोट पहुँचाते हैं, या उसे चोट पहुँचाने के लिए नींद के शंकु का उपयोग करते हैं - क्योंकि वह एक जंगली है, तो उसके पास पहले से ही पर्याप्त पोषण नहीं है। यदि आप इस तरह के मजबूत उपाय का उपयोग करते हैं, तो मैं आपको इनाम नहीं दूंगी। अगर मुझे उसके इस तरह के जहर का कोई निशान मिलता है, या अगर मुझे पता है कि वह ऐसे पीड़ित है क्योंकि आप उसे इनाम के लिए पकड़ना चाहते हैं, तो आपको कोई इनाम नहीं मिलेगा। मैं आप पर मुकदमा भी करूंगी। मैंने उनसे ऐसा कहा, मैं ऐसा वास्तव में नहीं करूंगी। शायद नहीं। लेकिन सिर्फ उन्हें कहा, आप जानते हैं। फुफकारना हानिरहित है, भले ही आप काटते न हों।

तो वैसे भी, आखिरकार, उन्होने एक कमरे की तरह एक बहुत बड़ा पिंजरा बनाया। इसलिए उन्होंने खाना वहीं रख दिया, और फिर वह जानती थी, इसलिए वह तीन दिन तक खाना खाने नहीं आई। उन्होंने सोचा कि वह मर चुकी है या कुछ और। लेकिन तीसरे दिन, शायद वह बहुत भूखी थी, उसने आकर खा लिया, उसे तेज बुखार था। और इसलिए, जब मुझे पता चला कि वह पकड़ी गई है, तो मैंने तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाने के लिए कार के साथ किसी को भेजा। सौभाग्य से, हम उसे समय पर मिल गए। उसे बुखार था, कभी-कभी यह पीड़ित हो सकती है, अगर यह बहुत लंबा रहता तो। और वह पहले से ही भूखी और कमजोर थी। इसलिए सौभाग्य से, मैं उसकी जान बचाती हूं और कई डॉक्टरों के पास उसे लेकर जाते हैं। और वह अब ठीक है। अद्भुत, अद्भुत लड़की।

और वह अपने पैर की उंगलियों को चाटकर, मेरे हाथ को नहीं, हर किसी की तरह, अपना सम्मान और धन्यवाद को दिखाती है। वह भी करती है, वह आपको एक हजार चुंबन हर समय देती है। लेकिन वह हमेशा पहले मेरे पैर की अंगुली चूमती है। केवल जब मैं कोई चप्पल पहनता हूं जिसमें पैर की अंगुली दिखती हैं। अगर मैं पैर की उंगलियों को कवर करने वाले जूते पहनती हूं, तो वह जानती है, वह पास नहीं जाएगी। वह उसके बजाय मेरे हाथ की ओर जाती है। यह बहुत प्यारा है। तो, मैं अपने लोगों को बोलती हूं, कृपया मेरे लिए जूते वह खरीदें जिसमे से पैर की उंगलियाँ दिखती हैं। उसे यह पसंद है। और जब भी वह मुझे देखती है, वह मुझे चूमती रहती हैं। लेकिन पैर की उंगलियों हमेशा उसकी पसंदीदा है। मैं कहती हूं, "आप ऐसा क्यों करते हैं?" "ओह, सम्मान।" सम्मान के लिए, उसका नाम भी सम्मान है।

और कभी-कभी वह भूल जाती हैं कि मैं कौन हूं और वह कहां है। आप जानते हैं, उदाहरण के लिए, वह अपनी गुफा में थी, हम कुत्तों के लिए डेन बनाते हैं। और वह वहाँ थी और शायद सो रही थी। मैं पास गई, और मैं देखना चाहती थी कि वह सो रही है या कुछ और, या उसे कंबल से ढंक दूँ। मैं रात में कुत्तों को कवर करती हूं जब भी मैं कर सकती हूं, लगभग पूरी रात, क्योंकि मैं रात में भी काम करती हूं।

और वह डरी हुई थी, वह बहुत सतर्क थी। और वो मुझसे दूर भाग गई। मैंने कहा, "यह मैं हूं, यह मैं हूं, मैं आपकी दोस्त हूं।" वह अभी भी भागती है, लेकिन जीवन के लिए नहीं। लेकिन वह डर गई, मुझसे दूर भाग गई। तो, मैंने कहा, “ऐसा क्यों है? अब हम एक साल, दो साल से ज्यादा से साथ हैं। आप मुझ पर पहले से ही भरोसा करते हैं। क्यों? मैं भी आपके चेहरे पर आपको चूमती हूँ।" मैं ऐसा करती थी। मैं उसे उसके चेहरे पर चाटती हूं ताकि उसे पता चले कि उसे प्यार करती हूँ। क्योंकि एक कुत्ते के लिए चेहरे पर अपनी जीभ से चाटना, यही प्यार का सबसे प्रभावशाली संकेत है। तो, मैंने ऐसा किया। इसलिए, वह मुझ पर बहुत भरोसा करती है। वह सिर्फ चौंक गई, या वह डर गई थी। और मैंने उससे पूछा, “आप मुझसे अब भी क्यों डरती हो? मुझे लगा कि हम पहले से दोस्त हैं।” तो उसने कहा, "क्षमा करें, बस आदत।" मैंने कहा, “किसकी आदत? क्यों?" उसने कहा, "इंसानों का डर।" बिल्कुल उसके शब्दों में, मैं कोई नमक और मिर्च नहीं डालती। उसने कहा, "इंसानों का डर।" मैंने कहा, “आप मनुष्यों के भय में क्यों हो? इंसान, कुछ बहुत अच्छे हैं। आपको मनुष्यों से डर क्यों लगता है, क्या आप मुझे समझा सकते हैं? मैं भी इंसान हूं। आप जानते हैं? मानव रूप में। और सभी सहायक जो मुझे आपकी देखभाल में मदद करते हैं, वे इंसान हैं, वे दयालु भी हैं। वे ध्यान का अभ्यास करते हैं, वे जानवरों को नहीं खाते। हम दयालु हैं।” वह कहती है, वह जानती है; वोह जानती है। यह सिर्फ आदत है-मनुष्यों का डर। मैंने कहा, "क्यू?" उसने कहा, "क्योंकि मनुष्य," मैं उसके सटीक शब्दों को उद्धृत करती हूं, "मनुष्य, वे अच्छे नहीं हैं अन्य प्रजातियों के प्रति। और वे एक दूसरे के प्रति भी अच्छे नहीं हैं।" हे भगवान। उसने वह देखा, कुत्ते की आँखों से। और वह बहुत डरती है। इतना दर्दनाक, कि मेरे साथ भी, हर दिन वह मेरे साथ सोती है और मैं उनकी उपस्थिति में काम करती हूं। वे जानते हैं। वह मेरे बगल में घूमती है। मौलिक रूप से, मेरे पास काम करने वाली कुर्सी है। कार्यालय की कुर्सी जो चारों ओर घूमती है, पहियों पर। लेकिन उसे आसपास रहना पसंद है, इसलिए, और मैं उसकी दूसरे कुत्तों से रक्षा करना चाहती हूं। क्योंकि दूसरे कुत्ते बड़े हैं और वह कूदती है; और फिर वे उस पर कूद सकते हैं। तो, मैं उसे मेरे बगल में रखती हूँ और वह हर दिन उस तरह रहती है। मैं काम करती हूँ जब वह वहाँ खर्राटे ले रही है। और वह अभी भी इतनी डरी हुई है कि वह भूल जाती है और वह मुझसे डरती है, कभी-कभी उस तरह।

मैं उसे दोष नहीं देती। मुझे बस शर्म आती है। एक कुत्ते से आ रहा है। कुत्ते को हमें बताने दें कि हम एक दूसरे के प्रति अच्छे नहीं हैं। बात कारने की ज़रूरत नहीं कि अन्य प्रजातियों के प्रति अच्छा नहीं है। यह उसके सटीक शब्द हैं। कल्पना करें वह कितनी ज्ञानी है। अभिजात वर्ग। एक कुत्ता। और वह एक जंगली कुत्ता है। वह गई और कचरा खाया और वह सब जीवित रहने के लिए। और वह जीवित रही अकेले तीन साल के लिए, माता-पिता के बिना। और कोई भी कभी उसे पकड़ नहीं सका क्योंकि वह पहाड़ पर भाग गई और वहाँ छिप जाती। वे नहीं जानते वह कहां गई, इसलिए वे उसे पकड़ नहीं पाए। वे जानते भी हैं वह पहाड़ पर चढ़ गई, लेकिन यह एक बड़ा पहाड़ है। पहले भी, ऐसे ही। मैंने उसके पास जाने की कोशिश की, वह पहाड़ पर भाग गई, और बस, मैंने हार मान ली। और हमने लगभग उसे पकड़ लिया एक बार, लेकिन उसने बहुत कोशिश की अपनी पूरी शक्ति के साथ। उसने संघर्ष किया और फिर वह चली गई। इसलिए, क्योंकि मुझे उस जगह को छोड़ना पड़ा बैंकॉक के पास वापस जाने के लिए कुछ अन्य चीजों के लिए और जीने के लिए। इसलिए, मैंने गोल्फ कर्मचारियों को कहा कृपया मेरे लिए उसे पकड़ें, और मैं आपको इनाम दूंगी। और मैंने इनाम दिया। वह पहली बार नहीं है मैंने उन्हें पुरस्कृत किया। अन्य समय में भी कुत्तों को पकड़ने के लिए। वैसे, तो यह ठीक है। तो यह मेरे कुत्ते की कहानी है, क्योंकि हम बात कर रहे थे मनुष्यों और जानवरों के बारे में।

तो हमें वास्तव में हमारे अंदर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए यह देखने के लिए कि हम योग्य हैं या नहीं ईश्वर का बच्चा कहलाने के लिए और सिर्फ एक इंसान होने के लिए भी। इंसान होने के लिए पर्याप्त दयालु है। मुझे दुख है अगर मैंने आपको नाराज किया किसी भी प्रकार से। लेकिन मुझे आपको बताने के लिए खेद नहीं है जो मैंने आपको कहा है। ज्यादातर मैं नहीं बोलती इस तरह से सीधे सीधे, यह अधिक कोमल होती हूँ। लेकिन आज मैं चाहती थी आपको सब कुछ बताना जो मैं आपको बताना चाहती थी। मैं मेरे शब्दों को बना कर नहीं बोलना चाहती। अभी हमारा समय कम है। हमारी दुनिया वास्तव में आसन्न आपातकाल में है। मैं बस बैठने और आपको लोरी सुनाने का जोखिम नहीं उठा सकती, या अपना सिर थपथपाना, और कहना "अच्छा लड़का, अच्छी लड़की।" नहीं नहीं नहीं। कृपया जागिए। कृपया उठिए। अन्यथा हम सब चले गए। मुझे जाने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। यह संसार परिश्रम है। लोगों को सिखाना कठिन है। मुझे जाने से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। सच में ऐसा ही है। मैं झूठ नहीं बोल रही। लेकिन मैं यहाँ पहले ही हूँ। मैं चाहती हूँ आपके पास रहने के लिए एक अच्छी जगह और बाद में जाने के लिए अच्छी जगह हो। तो, मैंने आपको पहले से ही कई चीजें बतायी।

कृपया ध्यान दें। कृपया मेरी ईमानदारी और मेरा प्यार महसूस करें। कृपया जानवरों से प्यार करें, उसी तरह जैसे मैं आपको प्यार करती हूँ। फिर आप जानेंगे। आप एक अलग व्यक्ति महसूस करेंगे आपके अंदर जागृति, और आप अपने आप पर गर्व महसूस करेंगे। और आप महसूस करेंगे आपका जीवन सार्थक है, स्वर्ग या नहीं। लेकिन अगर आप विगन में बदलते हैं, मैं वादा करती हूँ मैं आपको घर ले जाऊंगी, जहां भी आप घर कहते हो। लेकिन नर्क में नहीं। निश्चित रूप से, मै आप से वादा करती हूँ। और अगर कोई जो हथियार भी बनाता है मनुष्यों या जानवरों को मारने के लिए, यदि आप अब दूर हो जाते हैं, आप अभी मुड़ जाते हैं, और आप कभी वह व्यवसाय फिर से नहीं करते हैं। कुछ और परोपकारी व्यापार करो, कपड़े बनाना, (वीगन) रेस्तरां बनाना, (वीगन) होटल, कुछ बनाना जिसका लोग आनंद लें और सहज महसूस करें। मैं वादा करती हूँ, मैं आपको स्वर्ग भी ले जाऊंगी। आप मुझपर विश्वास कर सकते हैं। मैं आपको झूठ नहीं कहूंगी। किस लिए? मेरे पास आपसे कुछ नहीं है। मैं आपको व्यक्तिगत रूप से भी नहीं जानती। स्वर्ग मेरा साक्षी हो। भगवान जानता है कि मैं सच बोलती हूं।

ठीक है फिर, मेरी खूबसूरत आत्माएं, मैं अब आपसे विदा लेती हूं। अगर हमारे पास फिर से समय है, शायद हम एक दूसरे को फिर से देखें। अन्यथा, मेरा प्यार आपको और सभी प्राणियों, भावुक और गैर-भावुक, भगवान् हमें आशीर्वाद दे और हमारी दुनिया को आशीर्वाद दें। नमस्ते। अलविदा। मिलते हैं। आपको आशीर्वाद मिले। भगवान आपको आशीर्वाद दे। स्वर्ग आपकी रक्षा करे। अलविदा।

और देखें
नवीनतम वीडियो
32:53

उल्लेखनीय समाचार

205 दृष्टिकोण
2024-11-05
205 दृष्टिकोण
साँझा करें
साँझा करें
एम्बेड
इस समय शुरू करें
डाउनलोड
मोबाइल
मोबाइल
आईफ़ोन
एंड्रॉयड
मोबाइल ब्राउज़र में देखें
GO
GO
Prompt
OK
ऐप
QR कोड स्कैन करें, या डाउनलोड करने के लिए सही फोन सिस्टम चुनें
आईफ़ोन
एंड्रॉयड